राजस्थान की राजधानी जयपुर में आरएसएस के क्षेत्रीय प्रचारक रहे निम्बाराम पर एसीबी ने रिश्वत के मामले में केस दर्ज कर लिया है और सूत्रों के हवाले से खबर है कि पूछताछ के लिए उन्हें जल्दी ही बुलाया जा सकता है और हो सकता है कि इसी दौरान उनकी गिरफ्तारी भी हो जाये।राजस्थान में यह पहला मौका है जब आरएसएस के किसी बड़े पदाधिकारी के खिलाफ भ्रष्टाचार के मामले में केस दर्ज किया गया है।
क्या है पूरा मामला
दरअसल ये पूरा मामला राजस्थान की राजधानी जयपुर के ग्रेटर नगर निगम की मेयर सौम्या गुर्जर से जुड़ा हुआ है।जयपुर ग्रेटर नगर निगम में सफाई का ठेका एक कम्पनी बीवीजी को मिला हुआ है।इसी सफाई कम्पनी के बिल पास करने की एवज में 20 करोड़ रुपये का कमीशन मांगने का एक वीडियो अभी कुछ दिनों पहले ही सुर्खियों में आ गया था जिसमे आरएसएस के प्रचारक निम्बाराम,निलंबित मेयर सौम्या गुर्जर के पति राजाराम गुर्जर और बीवीजी कम्पनी के संदीप चौधरी दिख रहे है। इस वीडियो में 20 करोड़ रुपये के लेनदेन की बात की जा रही है और निम्बाराम इस वीडियो में पूरे समय दिख रहे है और बीच बीच मे बातचीत भी कर रहे है। राजाराम को एसीबी पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है और अब तलवार निम्बाराम के सर पर आ लटकी है और कयास लगाए जा रहे है कि एसीबी कभी भी उनकी गिरफ्तारी कर सकती है।
10% कमीशन की हो रही थी बातचीत
वायरल वीडियो में मेयर सौम्या गुर्जर के पति राजाराम और आरएसएस के क्षेत्रीय प्रचारक निम्बाराम साथ बैठे दिखाई दे रहे है।राजाराम व बीवीजी कम्पनी का व्यक्ति बकाया पेमेंट के बदले में 10% कमीशन के विषय मे बात कर रहे है।इस सब के दौरान बीच बीच मे निम्बाराम भी हस्तक्षेप करते नजर आ रहे है।
आरएसएस के लिए शर्मिदंगी का कारण बन गया है कांड
आरएसएस व उसके प्रचारकों की छवि को इस कांड के बाद बड़ा आघात पहुचा है।आरएसएस की पहचान ईमानदार व राष्ट्रवादी संगठन की रही है परंतु आरएसएस के ही एक बड़े राज्यस्तरीय पदाधिकारी का रिश्वत के मामले में नाम सामने आना व और वीडियो सामने आना आज शर्मिंदगी का कारण बन गया है।निम्बाराम के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप में एफआईआर दर्ज होने के बाद सियासी महकमो में सुगबुगाहट तेज हो गई है।ये राजस्थान के इतिहास में पहला मौका है जब आरएसएस के किसी प्रचारक को इस तरह लेनदेन की बातचीत के दौरान मध्यस्थता करते हुए देखा गया है।
काँग्रेस को आरएसएस को घेरने के लिए मिल गया है मुद्दा
निम्बाराम पर भ्रष्टाचार के आरोप में केस दर्ज होने के बाद अब कांग्रेस भाजपा व संघ दोनो को ही घेरने में कोई कसर नही छोड़ने वाली है।वैसे भी कांग्रेस संघ पर सदैव आक्रामक रहती ही है और अब तो मन के मुताबिक मुद्दा मिल गया है और एसीबी केस का आधार मिल गया है।