कुश्ती का सुपरस्टार कैसे बना भगौड़ा

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देश लिए ओलंपिक में पदक जीत कर सुपरस्टार बने सुशील कुमार (Sushil Kumar) भगोड़े घोषित कर दिए गए है.दिल्ली पुलिस ने उन पर एक लाख का इनाम भी घोषित किया है. देश ने एक लंबे इंतजार 56 वर्षो के बाद ओलंपिक पदक जीता जब सुशील कुमार (Sushil Kumar) ने 2008 में ओलंपिक खेलो में कांस्य पदक जीता.फिर 2012 के ओलंपिक खेलो में रजत पदक जीता. वर्ष 2011 में राष्ट्रपति द्वारा पदमश्री से सम्मानित किया गया.वही सुशील कुमार (Sushil Kumar) आज एक हत्या के केस में पुलिस से भागते फिर रहे है.

पहलवानी देश मे बहुत सम्मानजनक पेशा माना जाता है.यहां तक की पहलवानी एवम कुश्ती के शौकीन लोग कुश्ती लड़ने वाले को हनुमान जी का प्रतिनिधि मानते है. इसलिए जब आप किसी ऐसे पेशे को अपनाते है जिसमे सम्मान एवम सार्वजनिक जीवन मे सूचिता का बड़ा महत्व हो तो फिर आप पर जिम्मेदारी और बढ़ जाती है.

सुशील कुमार (Sushil Kumar) न सिर्फ भारतीय कुश्ती अपितु भारतीय खेल के बड़े आइकॉन माने जाते है.
ये सुशील कुमार ही थे जिन्होंने भारतीय खिलाड़ियों के दिमाग मे बनी उस भ्रांति को तोड़ा था जो ओलंपिक को लेकर बनी हुई थी.2010 के पहले तक हम ओलंपिक के लिए सोचने में डरते थे और यही कारण था कि हम ओलंपिक की जगह एशियाई खेलों पर ज्यादा ध्यान देते थे.
ये सुशील कुमार ही थे जिन्होंने दो बार ओलंपिक पदक जीत कर भारतीय खिलाड़ियों को ये हौसला दिया कि तुम भी ओलंपिक पदक जीत सकते हो. देश ने भी सुशील कुमार (Sushil Kumar) को उतना ही प्यार दिया,सम्मान दिया परंतु आज सुशील कुमार ने कुश्ती जगत को शर्मशार कर दिया है.

जानिए क्या है पूरा मामला

राजधानी दिल्ली के छत्रसाल स्टेडियम में 4 मई को पहलवान सागर धनखड़ पर हमला हुआ था.इस दौरान उनके साथ मारपीट की गई.मारपीट के दौरान ही पहलवान सागर धनखड़ की मृत्यु हो गई.उनकी हत्या का आरोप पहलवान सुशील कुमार (Sushil Kumar) एवम उनके साथियों पर लग रहा है.घटना के बाद का एक वीडियो भी मिला है जिसमे पहलवान सागर धनखड़ की हत्या के बाद सुशील कुमार छत्रसाल स्टेडियम से बाहर निकलते दिखाई दे रहे है.यानी हत्या के दौरान वे अंदर ही मौजूद थे.

पुलिस के पास है सुशील कुमार के खिलाफ ठोस सबूत

पुलिस का कहना है कि उनके पास सुशील कुमार के खिलाफ हत्या में शामिल होने के ठोस सबूत मौजूद है इसलिए ही सुशील कुमार पुलिस से बचकर भागते फिर रहे है.स्पेशल सेल क्राइम ब्रांच के अलावा दिल्ली पुलिस की कई टीमें सुशील की तलाश में जुटी है.सुशील पर एक लाख का इनाम भी रखा गया है और उसके खिलाफ लुकआउट सर्कुलर भी जारी किया गया है.

क्या है हत्या का कारण

पहलवान सागर धनखड़ की हत्या क्यों हुई इसके पीछे फिलहाल तीन कारण बताए जा रहे है

पहलवान सागर धनखड़ व सुशील कुमार के बीच पैसों को लेकर विवाद था,जिसकी वजह से संभव है कि सागर की हत्या कर दी गई हो.

सागर पहलवान,सुशील कुमार(sushil kumar) के मकान में किराए से रहता था और सुशील कुमार ने उन्हें ये मकान खाली करने के लिए नोटिस भेजा था परन्तु सागर धनखड़ ने मकान खाली नही किया जिसके बाद दोनों में टकराव बढ़ गया और इसी कारण हत्या की गई हो.


  1. पुलिस के अनुसार हत्या का तीसरा कारण गैंगबार भी हो सकता है.सागर धनखड़ की हत्या के इस मामले में घायल हुआ उनका एक दोस्त सोनू एक खतरनाक गैंग से जुड़ा हुआ है इसलिए इस घटना की जांच इस पहलू से भी की जा रही है.
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  3. हालांकि सूत्रों की माने तो जिस मकान के पीछे झगड़ा हुआ है वह सुशील कुमार का नही था.वह एक विवादित प्रॉपर्टी थी और सुशील कुमार ने उस पर कब्जा किया हुआ था.उस प्रॉपर्टी पर कब्जा बनाये रखने के लिए सुशील कुमार ने अपने अखाड़े के कुछ पहलवान उस मकान पर छोड़ दिये थे.सागर पहलवान भी उन्ही में से एक था परन्तु इन पहलवानों की नीयत खराब हो गई और इन्होंने सुशील के कब्जे वाले मकान पर स्वम् कब्जा कर लिया.
  4. पिछले एक साल से ये विवाद चल रहा था तो इसी अनबन के चलते सागर की हत्या कर दी गई.सुशील कुमार पर प्रॉपर्टी के कब्जे वाले आरोप पहले भी लगे है.

पहलवान सतपाल सिंह का मिलता था संरक्षण

सुशील कुमार 14 वर्ष की उम्र से दिल्ली के छत्रसाल स्टेडियम में ट्रेनिंग ले रहे है.छत्रसाल स्टेडियम कुश्ती का मक्का माना जाता है.सुशील कुमार (Sushil Kumar) के कोच सतपाल सिंह काफी लंबे समय से छत्रसाल स्टेडियम में पहलवानों को कुश्ती के दांव पेंच सिखाते आये है.एक समय मे छत्रसाल स्टेडियम में सतपाल सिंह का काफी प्रभाव था और सुशील कुमार उनके चहेते पहलवान थे.वर्ष 2016 में जब सतपाल सिंह छत्रसाल स्टेडियम के एडिशनल डायरेक्टर के पद से रिटायर हुए थे तब उन्होंने सुशील को एक महत्वपूर्ण पद पर नियुक्त करवा दिया था.तब यह नियुक्ति बहुत विवादों में भी रही थी.सतपाल सिंह की बेटी की शादी सुशील कुमार से ही हुई है.

स्टेडियम के अंदरूनी मामलों में भी था सुशील का दखल

सुशील कुमार की छत्रसाल स्टेडियम के अंदरूनी मामलों में भी दखलंदाजी थी.ऐसे भी आरोप लगे कि जो पहलवान सुशील कुमार कैम्प का समर्थन नही करते थे,उन्हें स्टेडियम छोड़ने के लिए मजबूर कर दिया जाता था.कहा जाता है कि पहलवान योगेश्वर दत्त एवम पहलवान बजरंग पुनिया ने भी इसी वजह से छत्रसाल स्टेडियम छोड़ दिया था.इसलिए इस हत्या में भी गुटबाजी की आशंका जाहिर की जा रही है.

कौन कौन से सम्मान मिले सुशील को

सुशील कुमार छोटी उम्र से ही कोच सतपाल सिंह के साथ जुड़ गए थे.

  • उन्होंने पहली बार 15 वर्ष की उम्र में World Cadet Games में स्वर्ण पदक जीता था |
  • वर्ष 2008 में उन्होंने ओलंपिक खेलों में भारत के लिए कुश्ती में 56 वर्षो के बाद कांस्य पदक जीता |
  • वर्ष 2012 में ओलंपिक खेलों में फ्री स्टाइल कुश्ती में भारत के लिए सिल्वर मेडल जीता |
  • वर्ष 2005 में उन्हें अर्जुन अवार्ड से सम्मानित किया गया |
  • वर्ष 2009 में उन्हें खेलो में सबसे बड़े राष्ट्रीय पुरुष्कार राजीव गांधी खेल रत्न से सम्मानित किया गया |
  • 2011 में उन्हें पद्म श्री से सम्मानित किया गया |

2016 में ओलंपिक में सुशील कुमार जगह नही बना पाए.इसके बाद वर्ष 2020 के ओलंपिक खेलों में भी सुशील कुमार (sushil kumar) ने जगह बनानी चाही परन्तु वे ट्रायल मैचों के दौरान हार गए.आज सुशील कुमार एक फरार आरोपी है।

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