राजस्थान के बेरोजगार युवाओं की आवाज सोशल मीडिया पर गूंज रही है जहाँ वे वर्षो से लंबित पड़ी भर्तियों की प्रक्रिया को पूरी कर रोजगार मांग रहे है।
राजस्थान में वर्षो से भर्ती प्रक्रिया की बाँट जोह रहे अभ्यर्थियों का दुख सोशल मीडिया पर फूट पड़ा।सरकार से वे लंबित पड़ी भर्तियों एवम जॉइनिंग देने की मांग कर रहे है।
कौन कौन सी भर्तियां पड़ी है अटकी?
राजस्थान में भर्तियों को लेकर अब युवाओं में आक्रोश बढ़ता जा रहा है।कई भर्ती प्रक्रियाये सरकार की असंवेदनशीलता की भेंट चढ़ चुकी है वही कई भर्तियां प्रक्रियाओं एवम सरकार द्वारा बार बार तिथियां आगे बढ़ाए जाने से पूरी ही नही हो पा रही है।
एएनएम/जीएनएम भर्ती 2013
फरबरी 2013 में अशोक गहलोत की ही सरकार द्वारा 12278 पदों पर एएनएम व जीएनएम की भर्तियां निकाली गई थी जो बाद में कोर्ट केस में अटक गई थी।सरकार बदलने पर वसुंधरा सरकार द्वारा एएनएम के 5559 व जीएनएम के 6719 पदों पर भर्ती कर दी गई.शेष 6719 पद एएनएम के व 4514 पद जीएनएम के बजट का अभाव बता कर लैप्स कर दिए गए।इसके बाद नियुक्ति से वंचित रहे 11233 बेरोजगार आज भी सरकार एवम प्रशासन के चक्कर काट रहे है।नियुक्ति से वंचित रही महिला नर्सिंग अभ्यर्थियों ने तो नौकरी या इच्छा मृत्यु तक की मांग कर डाली है।पिछले 8 सालों से बेरोजगारो को इस भर्ती के पूरी होने की उम्मीद है परन्तु सरकार ने कोई भी जवाब देने से बचती रही है।
राजस्थान पुलिस भर्ती 2018
साल 2018 में राजस्थान सरकार द्वारा 13 हजार से ज्यादा पदों के लिए भर्तियां निकाली गई थी।राज्य स्तर पर घोषित की गई मेरिट में कई जिलों में पद खाली रह गए थे। राज्यभर में 1600 से ज्यादा पद इस भर्ती में खाली रह गए थे।बेरोजगार मांग कर रहे है कि खाली पदों पर हमारी नियुक्ति की जाए,हम सारी प्रक्रिया से गुजर चुके है व परीक्षा भी पास कर चुके है।मेरिट में कुछ अंक रह जाने के कारण हमें नौकरी नही मिली परन्तु विभाग में पद खाली पड़े है तो सरकार हमे नियुक्ति क्यों नही दे रही है।
सरकार चाहे तो इन पदों पर स्टेट लेवल वेटिंग लिस्ट जारी कर खाली पड़े पदों को भर सकती है।
रीट 2018 को जॉइनिंग नही मिली
रीट 2018 की वरीयता सूची में प्रथम व द्वितीय श्रेणी में चयनित हुए करीब ढाई हजार शिक्षकों को लिस्ट जारी होने के 5 महीने बाद भी नियुक्ति नही मिल सकी है।ये मामला कोर्ट में विचाराधीन है एवम कोर्ट ने इस पर स्टे लगाया हुआ है।अब बेरोजगार शिक्षक सरकार से मांग कर रहे है कि सरकार कोर्ट में अर्ली हियरिंग एप्लीकेशन लगवा कर मामले को जल्दी से सुलझाए एवम बेरोजगार शिक्षकों को नियुक्ति दे।
बेरोजगार युवाओं का गुस्सा इन दिनों सोशल मीडिया पर फूट रहा है जहाँ वे सरकार से जल्द से जल्द इन भर्तियों में नियुक्ति देने की मांग कर रहे है।
ट्विटर पर बेरोजगार
#REET2018_JOINING_DO,#वेटिंगलिस्टपुलिसभर्ती_2018 व #anm_gnm2013कोनियुक्तिदो इन ट्रेंड्स के जरिये बेरोजगार युवाओं ने ट्विटर को आंदोलन का मैदान बना रखा है।
सोशल मीडिया पर अन्य लोग भी इन बेरोजगारों का समर्थन कर रहे है।
एक यूजर भगवान राम सैनी ने लिखा कि
माननीय अशोक गहलोत साहब,आज प्रदेश में युवा बच्चे भी महामारी की चपेट में है क्योंकि स्वास्थ व्यवस्था चरमरा रही है,कोरोना गाँव ढाणियों में भी पैर फैला चुकी है इसलिए जल्द से जल्द हमारी नर्सिंग भर्ती 2013 पूरी की जाए।
माननीय @ashokgehlot51 साहब
— Bhagwana Ram Saini (@BRSaini_INC) May 17, 2021
आज प्रदेश में युवा बच्चे भी महामारी की चपेट में है क्युकी चिकित्सा व्यवस्था चरमरा रही है,कोरोना गाँव-ढाणियों में भी पैर फैला चुकी है
इसलिए जल्द से जल्द हमारी #नर्सिंग भर्ती 2013 पूरी की जाये 🙏 #ANM_GNM2013_को_नियुक्ति_दो @RajGovOfficial @drsubhashg
एक अन्य यूजर सुग्रीव मीना आईआरएस ने लिखा कि
ये राज्य,अभ्यर्थी एवम उनके परिवार जनों की कोई सहायता नही करेगा,प्रक्रिया को पूरी कीजिये और योग्य अभ्यर्थियों को नियुक्ति दीजिए।
This doesn't help either the State or the Candidates and their families. Please remove uncertainty and give joining to the eligible Candidates.#वेटिंग_लिस्ट_पुलिस_भर्ती_2018
— Sugrive Meena IRS (@MeenasSugrive) May 18, 2021
अब देखना है कि राज्य के लाखों युवाओं की विवशता पर सरकार क्या रुख अपनाती है।सरकार कब तक इन बेरोजगारो की आवाज को अनदेखा करती है या इनकी आवाज को सुनती है। आने वाली नई भर्तियों में भी सरकार को पारदर्शिता रखते हुए समय से पूरी करने की जिम्मेदारी को लेना चाहिए जिससे राज्य की युवा शक्ति का समय आंदोलनों में व्यतीत न होकर राज्य के विकास में काम आ सके।