उत्तरप्रदेश की राजधानी लखनऊ में एक बड़ा ही शर्मनाक मामला सामने आया है जब पता चला कि लखनऊ के एक बड़े व्यापारी के बेटे ने कोरोना काल मे 7 लाख रुपये खर्च करके एक कॉलगर्ल बुलाई।लखनऊ आने के दो दिन बाद ही कॉलगर्ल कोरोना की चपेट में आ गई और उसकी मौत हो गई।
क्या है पूरा मामला
आज पूरा देश कोरोना की महामारी से जूझ रहा है एवम उत्तरप्रदेश एवम उत्तरप्रदेश की राजधानी लखनऊ के हाल भी बहुत बुरे है ऐसे में लखनऊ में ही एक बड़े व्यापारी के बेटे ने 7 लाख रुपये खर्च करके एक कॉलगर्ल थाईलैंड से बुलाई।लखनऊ आने के दो दिन बाद ही वह कोरोना से संक्रमित हो गई और उसकी हालत बिगड़ गई तो व्यापारी के बेटे ने इस बात की सूचना थाईलैंड एम्बेसी को दी।
एम्बेसी के दखल के बाद उस लड़की को राम मनोहर लोहिया अस्पताल में भर्ती कराया गया जहाँ 3 मई को उसकी मौत हो गई।
कॉलगर्ल की मौत के बाद शहर की पुलिस शव के हैंडओवर व अंतिम संस्कार की प्रक्रिया में उलझी रही व थाईलैंड एम्बेसी से संपर्क कर के उसके परिजनों तक पहुचने की कोशिश करती रही परन्तु सफलता हाथ नही लगी तो मजबूरन गाइड सलमान की मौजूदगी में शव का अंतिम संस्कार करवा दिया गया।इसी गाइड सलमान की मदद से ही वह लड़की भारत आई थी।
संपर्क में आये लोगो को तलाश रही है पुलिस
कॉलगर्ल की मौत के बाद पुलिस ने गंभीरता से इस मामले की छानबीन शुरू की है और इस मामले के उजागर होने के बाद पुलिस इंटरनेशल सेक्स रेकैट को ढूंढने का प्रयास कर रही है।पुलिस उस लड़की के संपर्क में आये लोगो को भी तलाश रही है साथ ही पता चला है कि कॉलगर्ल राजस्थान के किसी ट्रैवल एजेंट के संपर्क में थी जिसने उसे लखनऊ तक पहुचने में मदद की थी उसे भी पुलिस तलाश रही है।
लड़की की मौत के बाद जब पुलिस ने इस मामले की छानबीन शुरू की तो हैरान कर देने वाले तथ्य सामने आए जब पता चला कि लखनऊ के ही एक व्यापारी के बेटे ने उस कॉलगर्ल को 7 लाख रुपये खर्च करके भारत बुलाया था।अस्पताल में हुई मृत्यु के बाद अब पुलिस की जांच पर भी सवाल उठ रहे है।
आई पी सिंह ने किस पर लगाया है आरोप
समाजवादी पार्टी के नेता आई पी सिंह ने लखनऊ के बिल्डर व भाजपा के राज्यसभा सांसद संजयसेठ के बेटे पर आरोप लगाया है कि वह बिल्डर और व्यापारी और कोई नही भाजपा से राज्यसभा सांसद संजयसेठ है और उस लड़की को बुलाने वाला उनका बेटा कुणाल सेठ ही है। आई पी सिंह ने इस पूरे प्रकरण की सीबीआई से जांच कराने की मांग भी की है।
भाजपा सांसद संजय सेठ के सुपुत्र ने जो गुल खिलाया है उसपर @Uppolice क्या मौन धारण कर बैठ जाएगी? क्या @myogiadityanath अपनी पूरी ताक़त झोंक देंगे उसे बचाने में? क्या @dgpup ख़ाकी को कलंकित करेंगे?
— I.P. Singh (@IPSinghSp) May 9, 2021
एक आरोपी को बचाने के लिए इतनी तत्परता? इस महाआपदा में भी ऐसी शर्मनाक हरकत?
भाजपा सांसद ने नकारा आरोपो को
वही भाजपा राज्यसभा सांसद संजय सेठ ने भी आरोपो को नकारते हुए लखनऊ पुलिस कमिश्नर को पत्र लिखा है और उन पर लगाए गए आरोपो की जांच कराने व उनका नाम घसीटने वालो पर कार्यवाही करने की अपील की है।
अपने ट्वीट में उन्होंने लिखा है कि “मेरे व मेरे परिवार को बदनाम करने के लिए जो पूर्णतः असत्य व भ्रामक खबरे चलाई जा रही है,इससे मेरा व मेरे परिवार का कोई लेना देना नही है।उसके संबंध में अभी पुलिस आयुक्त (@dhrubathakur) को सूचित किया है जिसमे उन्होंने संज्ञान लेते हुए जांच करा कर अवगत कराने का आश्वासन दिया है।”
मेरे व मेरे परिवार को बदनाम करने के लिए जो पूर्णतः अस्तय व भ्रामक खबरे चलाई जा रही है, इससे मेरा व मेरे परिवार का कोई लेना देना नही है। उसके संबंध में अभी पुलिस आयुक्त (@dhrubathakur) को सूचित किया है जिसमे उन्होंने संज्ञान लेते हुए जांच करा कर अवगत कराने का आश्वासन दिया है। pic.twitter.com/XpMAOmuWIs
— Sanjay Seth (@MpSanjayseth) May 9, 2021
ये केस अब हाई प्रोफाइल हो चला है और अब राजनैतिक रंग भी ले रहा है।समाजवादी पार्टी सहित योगी आदित्यनाथ पर सवाल उठाने वाले इस मामले को भुनाने की पूरी कोशिश करेंगे परन्तु मुख्य बात ये है यू पी पुलिस को बिना किसी दवाब एवम सत्यता से मामले की जांच करते हुए जल्दी से जल्दी इस मामले को सुलझाना चाहिए।