प्राइवेट अस्पतालों की मनमानी पर क्यों भड़के मंत्री खाचरियावास,क्या जून तक खत्म होगी दूसरी लहर

Pratap singh khachariyawas angry on Private Hospitals

कोरोना की महामारी से देश मे हमारी स्वास्थ व्यवस्थाओं की पोल तो खोली ही है साथ ही देश के लोगो के चरित्र को भी उजागर किया है।
एक तरफ वे लोग है जो इस आपदा के समय लोगो की सहायता करने में जुटे है,सोशल मीडिया के जरिये लोगो के लिए सहायता मांगी जा रही है वही दूसरी तरफ वे लोग है जो आपदा में भी अपने काले कारनामो के अवसर तलास रहे है।
भारत के क्षेत्रफल में सबसे बड़े राज्य राजस्थान में भी आपदा में अवसर तलाशने वाले ऐसे शैतानों ने कोई मौका नही छोड़ा है।राज्य की राजधानी जयपुर में भी हालात ठीक नही है।यहां शुक्रवार को रिकॉर्ड 4902 नए मरीज आये एवम 48 व्यक्ति मौत का शिकार हो गए।
राज्य की राजधानी में निजी अस्पतालों ने भी मनमानी लगा रखी है।बेड उपलब्ध होने के बावजूद लोगो को एडमिट नही किया जा रहा है और यदि किया जा रहा है तो मनमानी रेट वसूली जा रही है।
राजधानी के ज्यादातर निजी अस्पतालों में एक एक दिन का 15 से 50 हजार रुपये तक वसूला जा रहा है और यदि मरीज की हालत बिगड़ती है तो उन्हें बाहर कर दिया जा रहा है।अभी दो दिन पहले सवाईमाधोपुर जिले से अपनी बहन को कोरोना से संक्रमित होने के कारण जयपुर लेकर आये भाई ने बताया था कि कैसे शहर के दस से ज्यादा असपतालो में चक्कर लगाने के बाद भी 25 वर्षीय महिला को बेड नसीब नही हुआ।कोरोना सेंटर आर यू एच एस के बाहर से ही उन्हें भगा दिया गया और एस एम एस में भी जब भर्ती नही किया गया तो दरवाजे पर भाई की गोद मे ही उस बहन ने दम तोड़ दिया।

 

हो रही है रेमेडिसिवर कि कालाबाजरी

रेमेडिसिवर इंजेक्शन हो या ऑक्सिमीटर हो सबकी कालाबाजारी हो रही है।सामान्य लोगो को रेमेडिसिवर उपलब्ध नही हो पा रहा है।हा, यदि आप रसूखदार है या पैसे वाले है तो आपके लिए सारी सुविधाये मिल जाएगी।
रेमेडिसिवर को ब्लैक में बेचते हुए पुलिस ने मानसरोवर निवासी डॉक्टर अमित कुमार शेठी(40) जो कि अग्रवाल फार्म स्थित चिकित्सा केंद्र का प्रभारी है,अभिजीत सैन(24) निवासी दूदू व एस एम एस ने वार्ड बॉय के रूप में कार्यरत है व इनके ही तीसरे साथी छोटूलाल सैनी(22) जो कि निजी चिकित्सालय में कार्यरत है को गिरफ्तार किया है।ये तीनो मिलकर लोगो को तीस तीस हजार रुपये में रेमेडिसिवर इंजेक्शन बेच रहे थे।


भड़क गए खाचरियावास,प्राइवेट अस्पतालों को चेतावनी


राजस्थान के परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने प्राइवेट अस्पतालों को चेतावनी देते हुए कहा कि “ये जो प्राइवेट अस्पताल वाले कर रहे है,गलत है।मरीज को बाहर निकाल देते है,कैसे निकाल दोगे आप मरीज को बाहर,किसने राइट दिया आपको मरीज को बाहर निकालने का। पहले भर्ती करते है फिर कहते है ये मर जायेगा,इसको जल्दी ले जाइए।कहा है वेंटिलेटर?उसको बचाने की कोशिश कीजिये।आप बाहर नही निकाल सकते।यदि कोई प्राइवेट हॉस्पिटल बाहर निकालेगा मरीज को ये कहकर की सीरियस है,उसका इलाज नही करेगा,उसके खिलाफ कार्यवाही करेंगे।आपने भर्ती किया है तो आप लास्ट तक लड़ो इसमें सबसे ज्यादा जरूरत वेंटिलेटर की नही ऑक्सीजन की है इतना मै भी समझता हूं,डॉक्टरों में ही रहता हूं।समझदार लोग तो वेंटिलेटर पर लेते भी नही है।ऑक्सीजन की कोई कमी नही होने देंगे।”
प्राइवेट अस्पतालों से भी कहा कि ” आज कमाने की कोशिश मत करो,गलत है।क्या करोगे,कितना इकट्ठा करोगे भाई? अगर नही माने तो दिक्कत हो जाएगी।”

 

 

 

उम्मीद हालात के सुधरने की


देश मे संक्रमण लगातार बढ़ रहा है परन्तु देश के 5 राज्यो में संक्रमण की दर रिकवरी रेट से कम हो रही है।अगर पिछले सात दिनों का औसत देखा जाए तो कोरोना से सबसे ज्यादा प्रभावित महाराष्ट्र में रिकवरी रेट 106%,यूपी में 122%,दिल्ली में 103%,मध्यप्रदेश में 103% व लद्दाख में 144% रही है वही राजस्थान,छत्तीशगढ़,गुजरात,बिहार व झारखंड में रिकवरी रेट 75% से 90% के बीच है जो कि स्थिति के सुधरने के संकेत दे रहे है।

अगले हफ्ते पीक एवम जून तक समाप्त हो जाएगी दूसरी लहर
दैनिक भास्कर की एक रिपोर्ट में आईआईटी कानपुर के द्वारा किये गए एक शोध में अनुमान लगाया गया है कि प्रदेश में अगले हफ्ते तक दूसरी लहर का पीक आ जायेगा एवम जून के पहले हफ्ते तक इसमें राहत मिलना शुरू हो जाएगी।जून के आखिरी सप्ताह तक कोरोना की इस दूसरी लहर के समाप्त होने का अनुमान लगाया जा रहा है।

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