राजस्थान के दौसा जिले में एक महिला को 10 मिनिट में ही टीके की दो डोज लगा दी गई।देश मे शायद यह पहला मामला होगा जहां ऐसी लापरवाही सामने आई है। हालांकि दो डोज लगने के बाद भी किसी तरह के साइड इफेक्ट की शिकायत अभी तक नही आई है।
क्या है मामला
दरअसल राजस्थान के दौसा जिले में नांगल बैरसी पीएचसी में शुक्रवार को ये वाकया हुआ जिसे सुन कर एक बार तो सब सकते में आ गए।सबको यही चिंता सताने लगी कि कही कही कोई साइड इफेक्ट न हो जाये,परन्तु अभी तक कोई भी शिकायत साइड इफेक्ट की नही आई है। दौसा जिले के गांव खैरवाल निवासी रामचरण शर्मा अपनी पत्नी किरण शर्मा उम्र 43 वर्ष एवम अपनी बेटी के साथ वैक्सीन लगवाने के लिए आये थे।वैक्सीन लगवा कर वे तीनों घर लौट गए। घर पहुँच कर उनकी पत्नी ने जब बताया कि उसे दो टीके लगे है तो वे सन्न रह गए।
कैसे हुई ये लापरवाही
जब किरण शर्मा अपने पति के साथ टीका लगवाने पहुची तो वेक्सिनेशन रूम में बैठते ही एएनएम ने उन्हें टीका लगा दिया।उस समय आधार कार्ड की कॉपी लेने वाली महिला कर्मचारी वहां नही थी। थोड़ी देर बाद जब वह कर्मचारी आई तो उसने मोबाइल नम्बर व आधार कार्ड मांगा और एएनएम ने उसी हाथ पर दुबारा टीका लगा दिया। किरण ने पीएचसी पर तो इस घटना का जिक्र नही किया परन्तु घर पहुँच कर अपने पति को यह बात बताई।जब पति रामचरण शर्मा ने स्टाफ से शिकायत की तो उन्होंने इस तरह की घटना से साफ मना कर दिया। देश मे ये शायद पहला मामला होगा जिसमें वैक्सीन के दो डोज लगातार लगा दिए।
क्या है सरकार की गाइडलाइंस
देश मे कोरोना महामारी के खिलाफ टीकाकरण अभियान चल रहा है।देश मे लाखो लोग वैक्सीन की दोनो डोज ले चुके है वही स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार देश मे अब तक तकरीबन 19 करोड़ लोगो को वैक्सीन लग चुकी है। देश मे लोगो के बीच एक भ्रम की स्थिति ये बनी हुई है कि वैक्सीन के पहले डोज के बाद दूसरा डोज कब लेना चाहिए।हालांकि सरकार द्वारा यदि आप कोविशील्ड वैक्सीन लगवा रहे है तो वैक्सीन के दोनो डोज के बीच के अंतराल को बढ़ा कर 12 से 16 हफ़्ते यानी 3 से 4 महीने तक किया गया है। वैक्सीन के दोनो डोज के बीच के अंतराल के लिए आप डॉक्टर से सलाह अवश्य ले व वैक्सीन अवश्य लगवाए।