आपसी रंजिश में आसिफ की हत्या घटना में नही कोई साम्प्रदायिक एंगल

आपसी रंजिश में आसिफ की हत्या,घटना में नही कोई साम्प्रदायिक एंगल
मृतक आसिफ

हरियाणा के मेवात में रोजका मेव थाना क्षेत्र में 16 मई की रात आसिफ खान अपने दो भाइयो के साथ सोहना से दवाई लेकर लौट रहा था।बाइक सवार तीनो भाइयो को गाड़ी से टक्कर मारने के बाद पीटा गया जिसमें आसिफ की मृत्यु हो गई।घटना के बारे में सोशल मीडिया पर पता चलते ही एक वर्ग द्वारा इसे साम्प्रदायिक घटना करार देते हुए अफवाह फैलाई गई जिसमें कहा गया कि जय श्री राम का नारा नही लगाने पर आसिफ की हत्या कर दी गई।

 

सोशल मीडिया पर फैली अफवाह 

केरल स्थित एक पोर्टल मकतुब मीडिया द्वारा दावा किया गया कि आसिफ को “जय श्री राम” का नारा लगाने के लिए बाध्य किया गया एवं उसकी लिंचिंग कर दी गई। उसके बाद अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के पूर्व छात्र शरजील उस्मानी द्वारा भी इसे धार्मिक एंगल देते हुए ट्वीट किया गया एवम जय श्री राम को लेकर आपत्तिजन्म टिप्पणी की गई। शरजील उस्मानी ने लिखा कि जय श्री राम का जप करने वाला हिन्दू किसी आतंकी से कम नही होता। उसने घटना को धार्मिक एंगल देते हुए लिखा कि 30 हिन्दू लोगो के समूह ने आसिफ की लिंचिंग कर दी।

पुलिस ने बताया कि घटना में नही कोई साम्प्रदायिक एंगल 

घटना का सच जानने के लिए हमने हरियाणा पुलिस से बात की एवम पुलिस ने बताया कि घटना में कोई साम्प्रदायिक एंगल नही है।पुलिस के अनुसार घटना में शामिल आसिफ उर्फ सद्दु के खिलाफ दो एवम प्रदीप उर्फ पटवारी के खिलाफ पांच मामले दर्ज है। शुरुआती जांच में पता चला है कि आसिफ सोहना के बसपा नेता जावेद अहमद का करीबी सहयोगी है एवं नूह से कांग्रेसी विधायक चौधरी आफताब अहमद का रिश्तेदार है वही प्रदीप स्थानीय भाजपा नेता भल्ला का सहयोगी है जो सोहना विधायक कंवर संजय सिंह का करीबी सहयोगी है।

आपसी रंजिश में आसिफ की हत्या,घटना में नही कोई साम्प्रदायिक एंगल
गाँव मे दो गुट बने हुए है जिसमे एक गुट जाकिर जाती के आसिफ के नेतृत्व में दूसरा गुट गुर्जर जाती के प्रदीप के नेतृत्व में काम करता है। करीब 20 दिन पहले आसिफ के गुट ने प्रदीप के गुट के लोगो को पीटा था उसी का बदला लेने के लिए प्रदीप के गुट ने आसिफ पर हमला किया था।

 

ट्विटर पर चलाया ट्रेंड

घटना को धार्मिक एंगल देते हुए लोगो ने ट्विटर पर #justiceforasif ट्रेंड चला दिया और अफवाह फैलाने की कोशिश की कि जय श्री राम का नारा नही बोलने पर आसिफ की हत्या हुई है।

ओवैसी बोले खट्टर सरकार के नियंत्रण से बाहर गुंडे

घटना में धार्मिक एंगल देखते ही ओवैसी भी मामले कूद पड़े और खट्टर सरकार पर निशाना साधा।उन्होंने ट्विटर पर लिखा कि,”अल्लाह आसिफ के परिवार को सब्र और शिफा दे।मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर चरमपंथी हिंदुत्ववादी आपके नियंत्रण से बाहर हो गए है।आपके शासन ने ऐसे असभ्य जानवरो का हौसला बढाया है क्योंकि वे जानते है उन्हें इसका परिणाम नही भुगतना होगा।गुंडों को गिरफ्तार करो और उन्हें न्याय दिलाओ।”

आसिफ के भाई और मामले के चश्मदीद गवाह राशिद का वीडियो भी वायरल है जिसमे उसने किसी भी धार्मिक घटना का जिक्र नही करते हुए कहा है कि घटना में गाँव के ही 9-10 लोग शामिल थे और बाकी आरोपी आस पास के गांव के थे।

क्षेत्र के एस पी नरेंद्र बिजर्निया ने बताया कि 6 लोगो को गिरफ्तार कर लिया गया है एवम एक एसआईटी टीम का गठन किया गया है जो घटना की जांच करेगी।
आरोपियों पर धारा 302 के तहत हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया है।अन्य आरोपियों की तलाश भी जारी है।

Share on facebook
Share on twitter
Share on whatsapp