ये कहानी है उस महिला एथलीट की जिस पर उन्ही की एक महिला साथी खिलाड़ी ने पुरुष होने व बलात्कार करने का आरोप लगाया था।उन्हें कई मेडिकल ट्रायल का सामना करना पड़ा और 2 वर्ष के बाद हाईकोर्ट ने उनको बरी किया।एक महिला खिलाड़ी अपने कैरियर के सबसे सफल दिनों में मीडिया ट्रायल,बेइज्जती और कोर्ट में चक्कर लगाने को मजबूर हुई और सफलता के ऊंचे पायदान से गुमनामी की गलियों में खो गई।
फिल्मकार व प्रोड्यूसर अशोक पंडित ने मंगलवार को एलान किया कि वे उन्ही पुरुलिया,पश्चिमी बंगाल की रहने वाली गोल्ड मेडल विजेता पिंकी प्रामाणिक के जीवन पर फ़िल्म बना रहे है। अशोक पंडित ने कहा कि ये फ़िल्म सभी एथलीटों के लिए एक सम्मान होगा।उन्होंने बताया कि फ़िल्म की पटकथा प्रियंका घटक द्वारा लिखी गई है तथा कास्ट का जल्दी ही एलान किया जाएगा।
Excited to announce our next project at @AshokePProd - the riveting story of gold medalist athlete #PinkiPramanik. Written by @priyankaghatak, the cast and crew to be finalized soon. 🙏🏼#AshokePanditProductions pic.twitter.com/3F5XKrf3cm
— Ashoke Pandit (@ashokepandit) July 6, 2021
कौन है पिंकी प्रमाणिक
पिंकी प्रमाणिक का जन्म 10 अप्रैल 1986 को पश्चिमी बंगाल के पुरुलिया में हुआ था।पिंकी एक ट्रैक एंड फील्ड एथिलीट थी जो कि 400 व 800 मीटर की रेस में हिस्सा लेती थी।पिंकी प्रमाणिक का जीवन काफी संघर्षमय रहा है।वर्ष 2010 में पिंकी प्रमाणिक पुरुलिया में ही एक एथलेटिक्स चैम्पियनशिप का उद्घाटन कर घर लौट रही थी तभी उनकी कार का एक्सीडेंट हो गया और काफी समय उन्हें अस्पताल में बिताना पड़ा।इससे पहले 2007 में भी उनके पैर में चोट आने की वजह से वे नही खेल पाई थी।2008 में उन्हें हैमस्ट्रिंग इंजरी का सामना करना पड़ा जिससे वो ट्रैक से बाहर हो गई थी।
पिंकी प्रमाणिक का कैरियर
पिंकी को पहली सफलता मिली तब वे सिर्फ 17 साल की थी और उन्होंने एशियन इंडोर एथलेटिक्स चैम्पियनशिप में कांस्य पदक जीता था।पिंकी प्रमाणिक ने वर्ष 2006 के राष्ट्रमंडल खेलों में रजत पदक, 2006 के एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक और 2005 के एशियाई इंडोर खेलो में स्वर्ण पदक जीता था।वर्ष 2006 में हुए दक्षिण एशियाई खेलों में तीन स्वर्ण पदक,400 व 800 मीटर इवेंट और रिले भी जीते थे।
पिंकी को IAAF विश्व कप में एशिया का प्रतिनिधित्व करने के लिए चुना गया था।
पुरुष होने व बलात्कार करने का आरोप लगा
वर्ष 2012 में पिंकी पर उन्ही के साथ रहने वाली एक महिला अनामिका आचार्य ने बलात्कार का आरोप लगाते हुए कहा कि वह एक महिला न होकर पुरुष है।शिकायतकर्ता ने पिंकी के खिलाफ प्रताड़ित करने,धोखा देने,शादी का झूठा वादा करने और धमकी देने के भी आरोप लगाए। वर्ष 2014 में कलकत्ता उच्च न्यायालय ने उन्हें बेकसूर बताते हुए बरी कर दिया था जिसके बाद से वह पूर्वी रेलवे में काम कर रही है।
2020 में भाजपा के शामिल हो गई थी पिंकी
सितंबर 2020 में पिंकी प्रमाणिक ने भाजपा जॉइन कर ली थी। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष की मौजूदगी में कलकत्ता में पिंकी भाजपा में विधिवत शामिल हुई परन्तु चुनावो में उन्हें टिकिट नही मिला।
अपने संघर्षमय जीवन मे पिंकी ने हिम्मत नही हारी और वे लड़ती रही।उनके जीवन काल पर इससे पहले वर्ष 2015 में राजा बनर्जी के निर्देशन में बंगाली फ़िल्म ‘शी’ बन चुकी है जिसमे कमालिका चंदा ने पिंकी प्रमाणिक की भूमिका निभाई थी।