राजस्थान के सीकर जिले की लक्ष्मणगढ़ विधानसभा के खीरबा गाँव मे एक संक्रमित शव को छू लेने से पूरा गांव कोरोना की चपेट में आ गया है और अब तक 20 से ज्यादा लोग अपनी जान गवा चुके है। गाँव मे अभी भी कई पॉजिटिव है और प्रतिदिन ऑक्सिजन लग रही है।प्रशासन अब पूरे गांव में हाइपोक्लोराइट का छिड़काव करवा रहा है लेकिन गांव वाले मानने को तैयार नही है।
क्या है पूरा मामला
दरअसल खीरबा गाँव के रहने वाले अजीज पठान सूरत में रहते थे और वही कोरोना से उनकी मौत हो गई थी।प्रशाषन ने किट में पैक करके बॉडी परिजनों को सुपुर्द कर दी थी। परिजन बॉडी को लेकर खीरबा गांव आ गए एवम उनके अंतिम संस्कार के दौरान उनकी किट को खोलकर देखा भी एवम हाथ भी लगाया उसके बाद उनके शव को दफना दिया गया।प्रशासन कह रहा है कि संक्रमित शव को छूने से ही गांव में संक्रमण फैला है और आज गांव में ज्यादातर लोग संक्रमित है।
मुस्लिम बाहुल्य है गाँव
खीरबा गांव में मुख्यतः मुस्लिम आबादी निवास करती है एवम यहां का इतिहास रहा है कि आजतक न तो गांव स्व बाहर कोई बारात गई है और न ही गांव में आजतक कोई बारात आई है।पठानों के इस गांव में सभी लोग आपस मे रिश्तेदार है।ऐसे में महामारी की चपेट में आने से अबतक पिछले 10 दिनों में 20 से ज्यादा लोगो की मौत हो चुकी है।
कई लोग कोविड सेंटर तो कई अन्य जगह अपना इलाज करवा रहे है।
मंत्री डोटासरा ने किया था सोशल मीडिया पोस्ट पर विरोध के बाद कर दिया डिलीट
राजस्थान कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष एवम सरकार में मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने गांव की घटना का जिक्र करते हुए सोशल मीडिया पर कहा था कि संक्रमित शव को छूने से आज पूरा गांव खतरे में है और बड़े दुख के साथ कहना पड़ रहा है कि गांव के 20 से ज्यादा लोग अपनी जान गवा चुके है और कई संक्रमित है।
हालांकि गाँववालो के विरोध के बाद शिक्षामंत्री ने अपना पोस्ट डिलीट कर दिया है।गाँव के लोगो में इस बात को लेकर गुस्सा है कि उनके गांव को बदनाम किया जा रहा है।खीरबा के ही अजीज पठान कहते है कि मंत्री जी बकवास कर रहे है।शव को दफनाने में मै भी साथ था परंतु पूरी तरह से स्वस्थ हु और पत्नी के संक्रमित होने के कारण अभी कोविड सेंटर पर हु।
दअरसल यह गाँव शिक्षा मंत्री डोटासरा के विधानसभा क्षेत्र में ही आता है।