भारतीय सनातन संस्कृति में मंदिरों का अहम स्थान है।मंदिर सिर्फ पूजा स्थल ही नही है अपितु समाज का केंद्र बिंदु भी है।मंदिर समाज की एकता एवम संपन्नता के लिए प्रयत्नशील रहते थे और यही कारण था कि पुरातन काल मे प्रत्येक राजवंश द्वारा मंदिरों की स्थापना के प्रमाण मिलते है।
कोरोना की इस आपदा की घड़ी में भी मंदिरों द्वारा किया जा रहा सहयोग अति विशिष्ट है।विभिन्न मंदिरों एवम उनके ट्रस्टों द्वारा आर्थिक सहयोग,गरीबो के लिए भोजन व्यवस्था,आवास,चिकित्सा सुविधाएं मुहैया कराई जा रही है।
आइए जानते है भारत के कुछ उन मंदिरों के बारे में जिन्होंने इस आपदा की घड़ी में कैसे समाज का एवम राष्ट्र का सहयोग किया-
1.श्री साईं बाबा ट्रस्ट,शिरडी (महाराष्ट्र) –
महाराष्ट्र के शिरडी में स्थित साईं बाबा मंदिर के ट्रस्ट द्वारा इस आपदा की घड़ी में मुख्यमंत्री राहत कोष में इक्यावन करोड़ रुपये का दान किया गया है इसके अलावा श्री साईं प्रसादालय के माध्यम से श्री साईनाथ अस्पताल,शिरडी अनाथालय,वृद्धाश्रम, बधिरों के लिए स्कूल,निराश्रितों,पुलिस कर्मियों सहित रोगियों व उनके परिजनों के लिए भोजन की व्यवस्था की जा रही है।
2.माता वैष्णो मंदिर,जम्मू कश्मीर-
माता वैष्णो मंदिर के ट्रस्ट के नॉन गैजेटेड कर्मचारियों द्वारा राज्य के राहत कोष में एक दिन की तथा गैजेटेड अधिकारियों द्वारा दो दिन की सैलरी का दान किया गया है। बोर्ड के निवर्तमान उपाध्यक्ष गिरीश चंद्र मुर्मू के निर्देश पर कटरा बस्ती में जरूरतमंद लोगों के बीच राशन एवम 600 बिस्तरों के आवास का प्रबंध किया गया है।
मुर्मू ने बताया कि लगभग 7 करोड़ रुपये की वैष्णो मंदिर ट्रस्ट द्वारा राज्य की सहायता की गई है।
3. श्री मनसा माता मंदिर,हरियाणा-
हरियाणा के पंचकूला में स्थित श्री मनसा माता सिद्ध पीठ द्वारा हरियाणा राहत कोष में 10 करोड़ रुपये का दान किया गया एवम निराश्रितों व निर्धनों की सहायतार्थ भोजन की व्यवस्था की जा रही है।
4.महामाया मंदिर ट्रस्ट,छत्तीशगढ़ –
महामाया मंदिर ट्रस्ट,छत्तीशगढ़ द्वारा मुख्यमंत्री सहायता कोष में 5,11,000 रुपये तथा रेड क्रोस सोसाइटी को 1,11,000 रुपये की सहायता की गई।
5. सोमनाथ मंदिर,गुजरात-
सोमनाथ मंदिर गुजरात की भव्यता से प्रभावित होकर विदेशी आक्रांताओं द्वारा इस पर कई बार हमला किया गया था।महमूद गजनबी ने इस मंदिर का विध्वंश कर दिया था परन्तु आज सोमनाथ की पताका पुनः अपने पुरातन वैभव एवम गौरव के साथ फहरा रही है। प्रमुख ज्योतिर्लिंगों में से एक श्री सोमनाथ ट्रस्ट द्वारा मुख्यमंत्री राहत कोष में 1 करोड़ रुपये का दान किया गया है।वर्तमान में सोमनाथ मंदिर ट्रस्ट के वर्तमान अध्यक्ष प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी है।
6.महावीर मंदिर ट्रस्ट, पटना-
बिहार की राजधानी पटना में स्थित महावीर मंदिर ट्रस्ट द्वारा मुख्यमंत्री राहत कोष में 1 करोड़ रुपये की राशि प्रदान की गई एवम अभी भी महावीर मंदिर ट्रस्ट द्वारा निशुल्क ऑक्सिजन सप्लाई की जा रही है।
यह मंदिर श्री हनुमान जी को समर्पित है।अभी प्रतिदिन 150 रोगियों को निशुल्क ऑक्सिजन उपलब्ध कराई जा रही है एवम अधिक मात्रा में ऑक्सिजन उपलब्ध होने पर इसे बढ़ाने का भी लक्ष्य रखा गया है।
7.कांची मठ,तमिलनाडु-
कांची मठ,तमिलनाडु द्वारा प्रधानमंत्री राहत कोष एवम मुख्यमंत्री राहत कोष दोनो में ही दस दस लाख रुपये की सहायता प्रदान की है।वर्तमान में कांची मठ के पीठाधीश्वर विजयेंद्र सरस्वती जी महाराज है।
8.अम्बाजी मंदिर,गुजरात-
गुजरात के बनासकांठा में स्थित अम्बाजी का मंदिर प्रसिद्ध शक्तिपीठों में से एक है।अम्बा जी मंदिर द्वारा गुजरात के मुख्यमंत्री सहायता कोष में 1 करोड़ एक लाख रुपये दान दिए तथा खाने के पैकेट वितरित किये जा रहे है।
9.स्वामिनारायण मंदिर,गुजरात-
गुजरात के सात स्वामिनारायण नारायण मंदिरों द्वारा कुल 1.88 करोड़ रुपये मुख्यमंत्री सहायता कोष में दान किये गए तथा इनके द्वारा निराश्रितों के लिए भोजन की व्यवस्था की जा रही है। बड़ताल स्थित स्वामीनारायण मंदिर समिति द्वारा 500 आवासीय कमरे भी उपलब्ध कराए गए है।
10. खाटू श्याम मंदिर ,राजस्थान-
राजस्थान के सीकर जिले में स्थित खाटूश्याम जी मंदिर समिति द्वारा मुख्यमंत्री सहायता कोष में 51 लाख रुपये की राशि प्रदान की गई है।
11. सालासर मंदिर,राजस्थान-
पूरे भारत मे एक मात्र दाढ़ी मुछो वाले हनुमान जी का मंदिर सालासर धाम में स्थित है ।सालासर धाम स्थित बालाजी मंदिर समिति द्वारा मुख्यमंत्री सहायता कोष में 11 लाख रुपये की राशि प्रदान की गई है।
12. मेहंदीपुर बालाजी मंदिर,राजस्थान-
राजस्थान के दौसा जिले में स्थित मेहंदीपुर बालाजी मंदिर के ट्रस्ट के अध्यक्ष व महंत किशोरपुरी महाराज के द्वारा मुख्यमंत्री सहायता कोष में 73 लाख रुपये की राशि समर्पित की गई तथा दौसा जिले में 700 व्यक्तियों को प्रति व्यक्ति 10 किलोग्राम आटा,1किलोग्राम दाल, नमक,तेल,साबुन व मिर्ची के पैकेट वितरित किये गए इसके अलावा मंदिर के ट्रस्ट द्वारा विद्यालय,अस्पताल व निराश्रितों के लिए आवास सुविद्याए संचालित की जा रही है।
13. जीण माता मंदिर,राजस्थान-
जीण माता मंदिर समिति के द्वारा 5 लाख रुपये की राशि मुख्यमंत्री सहायता कोष में दान की गई।
ये कुछ बड़े नाम है जिन्होंने राष्ट्र एवम समाज पर आई आपदा की घड़ी में अपने दरवाजे समाज के लिए खोल दिये इनके अलावा कई छोटे छोटे मंदिरों एवम मंदिरों के पुजारी परिवारों द्वारा भी राष्ट्र एवम समाज के लिए सहायता की जा रही है।राजस्थान के ही गंगापुर सिटी में स्थित भगवान श्री वराह अवतार जी के मंदिर के पुजारी पंडित मोहनाचार्य जी के द्वारा भी प्रधानमंत्री सहायता कोष में 3100 रुपये की राशि प्रदान की गई थी जबकि मंदिर एवम पुजारी जी स्वम् आर्थिक रूप से बहुत समृद्ध नही है।
जब हमने उनसे जानना चाहा कि ऐसे समय मे जब मंदिरों के पट लोकडाउन के कारण बंद है,पंडित एवम पुरोहित्य के कार्य भी लगभग लगभग बंद है तब आप स्वम् कैसे गुजारा कर पा रहे होंगे तो उन्होंने कहा कि समाज ने आजतक सबकुछ दिया है तो आज जब समाज पर कोई विपदा आई है तो हमे भी आगे आना चाहिए और समाज की सेवा में लग जाना चाहिए।ये शंकट का समय है निकल जायेगा और हम पुनः प्रगति के मार्ग पर अग्रसर होंगे
1 thought on “जानिए भारत के मंदिरों के बारे में जिन्होंने कोरोना के इस आपदा काल मे सहयोग किया”
very true
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