कश्मीर में बलिदान हुए मेजर विभूति ढौंडियाल की पत्नी निकिता ढौंडियाल अब सेना में बनेंगी लेफ्टिनेंट

कश्मीर में बलिदान हुए मेजर विभूति ढौंडियाल की पत्नी निकिता ढौंडियाल अब सेना में बनेंगी लेफ्टिनेंट

कश्मीर में बलिदान हुए मेजर विभूति ढौंडियाल की पत्नी निकिता ढौंडियाल अब सेना में लेफ्टिनेंट बनने जा रही है।चेन्नई स्थित ऑफिसर्स ट्रेनिंग अकेडमी में उनकी ट्रेनिंग पूरी हो गई है एवम 29 मई को वे आधिकारिक तौर पर सेना का हिस्सा बन जाएंगी।

 

आप सबको याद होगा जब पुलवामा अटैक हुआ था जिसमे हमारे सीआरपीएफ के 40 जवान वीरगति को प्राप्त हुए थे उसके कुछ दिन बाद ही जम्मू कश्मीर में एक सैन्य अभियान में 18 फरबरी 2019 को मेजर विभूति ढोढियाल बलिदान हुए थे। सोशल मीडिया पर एक वीडियो बहुत वायरल हुआ था जिसमे मेजर विभूति की पत्नी निकिता ढोढियाल अपने पति के पार्थिव शव से लिपट कर रो रही थी।

उस वीडियो को देखकर ऐसा कौन होगा जिसकी आंखों में आँशु न आये होंगे।अपने पति के शव के पास खड़े होकर अंतिम विदाई देते हुए जब उस वीरांगना ने तीन बार जय हिंद बोला था तो ऐसा कौनसा दिल होगा जो काँपा न होगा।जब निकिता ने अपने पति को अंतिम बार वो रोते हुए आई लव यू बोला था तो किसने सोचा होगा कि अभी बस 9 महीने पहले दुल्हन बनी ये लड़की कल भारतीय सेना का गौरव बढ़ाएगी परन्तु ऐसा होने जा रहा है।

29 मई 2021 को निकिता ढोढियाल बतौर लेफ्टिनेंट आधिकारिक तौर पर शामिल हो जाएंगी। जम्मू कश्मीर में एक सैन्य अभियान में हिस्सा लेते हुए जब मेजर विभूति 2019 में वीरगति को प्राप्त हो गए थे तो उनकी पत्नी ने अपने पति के सपनो को पूरा करने के लिए सेना में जाने का मन बना लिया था।निकिता ने दिसम्बर 2019 में इलाहाबाद में वीमेन एंट्री स्कीम की परीक्षा दी थी जिसमे वह उत्तीर्ण हो गई थी।
इसके बाद उन्होंने चेन्नई स्थित ऑफिसर्स ट्रेनिंग अकेडमी (ओ टी ए) से अपनी ट्रेनिंग पूरी कर ली है।अब वह सेना की वर्दी पहनने के लिए आधिकारिक रूप से तैयार हो गई है।29 मई को ओ टी ए की पासिंग आउट परेड में वह लेफ्टिनेंट के रूप में भारतीय सेना में शामिल हो जाएंगी।

शादी के सिर्फ 10 महीने बाद ही बलिदान हुए थे मेजर विभूति

मेजर विभूति एवम निकिता की शादी 18 अप्रैल 2018 को हुई थी।19 अप्रैल को निकिता पहली बार अपने पति के घर पहुची थी और उसके ठीक 10 महीने बाद ही मेजर विभूति वीरगति को प्राप्त हो गए थे।

जानिए मेजर विभूति के बारे में

उत्तराखंड के दून में स्व. श्री ओमप्रकाश ढौंडियाल के चार बच्चे थे जिनमें तीन बेटियां और एक बेटा था।मेजर विभूति तीनो बहनों से छोटे थे और अपने माता पिता एवम बहनों के लाडले थे। मेजर विभूति को बचपन से ही सेना में जाने का शौक था।वर्ष 2000 में सेंट जोजेफ्स अकेडमी से 10वी तथा 2002 में पाइन हाल स्कूल से 12वी पास की।डीएवी कॉलेज से उन्होंने बीएससी की डिग्री प्राप्त की। 

छठी कक्षा पास करने के बाद उन्होंने राष्ट्रीय इंडियन मिलिट्री कॉलेज भर्ती परीक्षा दी परन्तु सफल नही हुए। 12 वी में NDA की परीक्षा दी परन्तु फिर सफल नही हुए।परन्तु ग्रेजुएशन के बाद वे सफल हुए और ओटीए चेन्नई से प्रशिक्षण लेकर वर्ष 2012 में उन्होंने कमीशन प्राप्त किया।

Mejor Vibhuti Wife Nikia Dhandhiyal

 

महिला शशक्तिकरण की बनी है मिसाल

जब शादी के बाद हाथों की मेहंदी भी पूरी तरह से न उतरी हो,पति के साथ जीवन के चार दिन भी पूरे न हुए हो और पति छोड़ कर चला जाये तो यह दुख सहन कर पाने की क्षमता हर किसी मे कहा होती है परंतु निकिता ढौंडियाल ने न सिर्फ स्वम् को सम्हाला अपितु मेजर विभूति के परिवार का सम्बल भी बनी।जब निकिता के उस वायरल वीडियो को देश ने देखा था और उनके मुह से निकले प्यार के वो अनमोल तीन शब्द सुने थे तो न जाने कितनी पलके भीग गई थी और हर देशवासी निकिता के साथ खड़ा हो गया था।आज निकिता ने अपनी दृढ़ इच्छाशक्ति एवम अपने स्वर्गीय पति को सच्ची श्रद्धांजलि देते हुए देश को एक बार फिर गर्व करने का मौका दिया है।
अगर निकिता को महिला शशक्तिकरण का ब्रांड एम्बेसडर कहा जाए तो कोई अतिशयोक्ति नही होगी।

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